जिस प्रकार माता पिता अपने संकट में फसे बच्चो को मदद करते है; उसी प्रकार इश्वर भी संकट में फसे अपने भक्तो को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष मदद करता है | मनुष्य का जीवन विविध विप्पति तथा आफतों के कारण संकटस्थ है | और इन्सान है की उसमे से मार्ग निकालता है | भक्तो के दिल में इश्वर के प्रति अपर श्रद्धा तथा भाव है | प्रस्तुत भक्ति के कारण भगवन भक्तों आपत्तियों से निकालता है; उभारता है, धैर्य तथा शांति प्रदान करता है | ऐसे सैकड़ो उदाहरण हमारे पास मौजूद है की श्री शनैश्वर की कृपा से शिंगणापुर भारत का एक तीर्थक्षेत्र मन जा रहा है |